लिंग का आकार – यह एक ऐसा सवाल है जो हर पुरुष के मन में बार बार आता है | लिंग का आकार और औरत की संतुष्टि के बारे में ऐसी ऐसी भ्रांतियां हैं कि हर पुरुष चाहता है कि उसके लिंग का आकार थोड़ा और बढ़ जाए | जिनके लिंग सामान्य से थोड़े छोटे हैं वह तो चाहते ही हैं लेकिन जिनके सामान्य आकार या सामान्य से थोड़े बड़े भी हैं वो भी चाहते हैं उनका लिंग थोड़ा और बड़ा हो जाए | तो संक्षेप में लाख टके का सवाल यह है कि क्या लिंग का आकार बढ़ाया जा सकता है या नहीं | हम इस सवाल का जवाब थोड़ी देर में देंगे लेकिन पहले हम ये जान लें कि लिंग का सामान्य आकार क्या है ?
लिंग का सामान्य आकार
इन्सान की अलग अलग प्रजातियों में लिंग का सामान्य आकार अलग अलग होता है | जैसे कि अफ्रीका की नीग्रो प्रजाति के लोगों के लिंग का सामान्य आकार बाकी के सारे प्रजातियों से ज्यादा होता है, उनके लिंग की औसत लम्बाई करीब 7 इंच होती है | इसी तरह से मंगोलों ( अर्थात चीन, थाईलैंड, कोरिया और उत्तर पूर्वी भारत के लोग ) के लिंग की लम्बाई सबसे कम होती है, उनके लिंग की लम्बाई करीब 3.5 इंच से 4 इंच के बीच होती है | भारत के लोगों के लिंग की लम्बाई 4.5 इंच से 5.5 इंच के बीच होती है | ऊपर बताई गई लिंग की लम्बाइयां औसत हैं और कुछ पुरुषों का लिंग बताये गए आकार से छोटा या बड़ा हो सकता है |
लिंग का असली आकार जब वह उत्तेजित अवस्था में होता है तभी नापा जाना चाहिए | खुद के लिंग के आकार का अंदाजा आँखों से देखकर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि लिंग शरीर के बिलकुल मध्य भाग में होता है जहां वह खुद से देखने से अपने वास्तविक आकार से थोड़ा छोटा ही दिखता है | सामान्य तौर पर लोग अपने लिंग के आकार का अंदाजा खुद अपनी ही आँखों से देखकर लगाते हैं जिससे यह अपने वास्तविक आकार से थोड़ा छोटा दिखता है और यही कारण है कि अधिकाँश लोगों को अपना लिंग सामान्य से थोड़ा छोटा दिखता है और वे अपने लिंग को छोटा मान लेते हैं और अपने लिंग का आकार बढ़ाने का नुस्खा खोजने में लग जाते हैं |
इसी बात का फायदा गुप्त रोगों के इलाज़ का दावा करने वाले लोग उठाते हैं और लोगों के धन, समय और स्वास्थ्य को बर्बाद करते हैं | जो इनके चक्कर में एक बार पड़ता है वह अपने धन का नाश तो करता ही है, हमेशा के लिए कुंठा का शिकार भी हो जाता है, क्योंकि ये कभी भी लिंग के आकार के बारे में सही जानकारी नहीं देते हैं और लिंग का आकार बढ़ाने की कोई दवा भी इनके पास नहीं होता है |
लिंग की कितनी लम्बाई पर्याप्त है ?
बहुत से सेक्स – विशेषज्ञ बार बार लोगों को यही समझाते हैं कि लिंग के आकार का स्त्री की संतुष्टि से कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि स्त्री को यौन सुख देने वाली नसें स्त्री की योनि के मुख पर ही होता है ना कि योनि के अन्दर | वे सच बताते हैं, एक ऐसा सच जो कि बहुत से छोटे लिंग वाले पुरुषों Read more…..
क्या लिंग का आकार बढ़ाया जा सकता है ?
अगर लम्बा और मोटा लिंग स्त्री को अधिक संतुष्टि देता है तो छोटे लिंग वाले पुरुष क्या करें ? क्या उन्हें कम गहरी योनि वाली स्त्री से शादी करना चाहिए ? क्या ऐसी स्त्रियों को ढूंढना व्यवहारिक रूप से संभव है ? क्या उनके लिए कोई उपाय नहीं है ? इन सब सवालों का जवाब देने के बदले आइये अब हम एक बार फिर उसी लाख टके के सवाल पर आते हैं कि क्या लिंग का आकार बढ़ाया जा सकता है ? इस प्रश्न का उत्तर हां और ना दोनों ही है | हाँ, इसलिए है कि हम लिंग का आकार एक सीमा तक बढ़ा सकते हैं और नहीं इसलिए है कि एक सीमा से अधिक हम लिंग का आकार नहीं बढ़ा सकते हैं | साथ ही साथ लिंग का आकार बढाने में उम्र भी एक सीमा निर्धारित करती है | लिंग का आकार 20 वर्ष की उम्र तक सबसे ज्यादा सफलता पूर्वक बढ़ाया जा सकता है और 35 वर्ष की उम्र तक बढ़ाया जा सकता है, इसके बाद लिंग का आकार बढ़ाना संभव नहीं है |
लिंग का मूल आकार आनुवांशिक कारणों द्वारा निर्धारित होता है | लिंग को इसकी कड़ापन प्राप्त करने की और उत्तेजित अवस्था में आकार बढाने की क्षमता इसमें मौजूद कार्पस-कैवेर्नोसम नाम के चैम्बर्स प्रदान करते हैं | इन चैम्बर्स में स्पंज की तरह काम करने वाले उत्तक होते हैं | इन उत्तकों में जब रक्त भर जाता है तो ये फूल कर आकार में बड़ी हो जाती हैं, साथ ही कड़ी भी हो जाती हैं | जब पुरुष में कामेच्छा जागती है तो लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और इन स्पंज के सामान काम करने वाली उत्तकों में रक्त भर जाता है और ये फूल कर आकार में बड़ी और कड़ी हो जाती हैं इसी कारण से लिंग भी आकार में बड़ा और कड़ा हो जाता है | मूल रूप से लिंग का आकार यही स्पंज के सामान काम करने वाली उत्तकें निर्धारित करती हैं | अगर हम किसी प्रकार से इन उत्तकों में कोशिकाओं की संख्या बढ़ा दें तो इन उत्तकों का आकार बढ़ जाएगा और स्वाभाविक रूप से लिंग का आकार भी बढ़ जाएगा | लिंग का आकार बढाने वाली कोई भी दवा या विधि तभी कारगर हो सकती है जब वह इस प्राथमिक लक्ष्य को प्राप्त कर ले अर्थात वह इन कोशिकाओं की संख्या को बढ़ा दे |
लिंग का आकार कैसे बढ़ाया जा सकता है ?
लिंग के आनुवंशिक रूप से निर्धारित आकार के बाद लिंग के आकार में वृद्धि तीन बातों पर निर्भर करती हैं, एक तो लिंग में रक्त का प्रवाह, दूसरी कार्पस-कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद उत्तकों की रक्त धारण करने की क्षमता और तीसरी कार्पस – कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद उत्तकों में कोशिकाओं की संख्या | इन स्पंज सामान उत्तकों में जितनी ही ज्यादा मात्रा में रक्त होता है इनका आकार उतना ही बड़ा होता है और जब इनमे इनकी रक्त धारण करने की पूर्ण क्षमता जितना रक्त होता है तो लिंग भी अपना पूर्ण आकार और कठोरता पाता है | अगर इनमे इनकी रक्त धारण करने की पूर्ण क्षमता जितना रक्त नहीं आ पाता है तो उसी अनुपात में इनका आकार और कठोरता कम हो जाती है | इससे स्पष्ट है कि अगर हम लिंग की तरफ रक्त का प्रवाह बढाने में कामयाब हो जाएँ तो इन उत्तकों में रक्त की मात्रा बढ़ने के कारण इनका आकार और साथ ही लिंग का आकार भी बढ़ जाएगा |
सिल्डेनाफिल सिट्रेट और टाडालाफिल जैसी अंग्रेज़ी दवाइयां यही काम करती हैं इसी कारण से लिंग अधिक कड़ा और आकार में अधिक बड़ा ( उत्तेजित अवस्था में ) दिखता है | इसी तरह से अगर हम कार्पस –कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद कोशिकाओं की रक्त धारण करने की क्षमता को बढ़ा दें तो ये अधिक रक्त धारण कर सकेंगी और लिंग का आकार बढ़ जाएगा | इन कोशिकाओं की रक्त धारण करने की क्षमता का सीधा सम्बन्ध इनके लचीलेपन से है | जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है ये कोशिकाएं अपना लचीलापन खोती जाती हैं और साथ ही खोती जाती हैं अपने रक्त धारण करने की क्षमता | यही कारण है कि बढ़ती उम्र के साथ पुरुष के लिंग के कड़ेपन की क्षमता में तो कमी आती ही है साथ ही उत्तेजित अवस्था में लिंग का आकार भी घट जाता है | जहां तक कार्पस –कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद कोशिकाओं की संख्या बढाने की बात है, मुख्यधारा का विज्ञान अभी तक ऐसी किसी दवा का आविष्कार नहीं कर सका है जो इन कोशिकाओं की संख्या को बढ़ा दे किन्तु आयुर्वेद में कुछ ऐसी औषधियों का वर्णन है जो कि लिंग का आकार बढाने में सक्षम है |
हमने इन औषधियों के साथ प्रयोग किया और पाया कि एक विशेष औषधि 20 वर्ष की उम्र तक के युवाओं के लिंग का आकार बढाने में बहुत हद तक कारगर है | यह औषधि इन उत्तकों में कोशिकाओं की संख्या बढ़ा देती है जिससे लिंग का आकार बढ़ जाता है | यह औषधि 20 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों पर उतनी प्रभावी नहीं है | यह विशेष औषधि न केवल इन कोशिकाओं की संख्या को बढ़ा देती हैं बल्कि इनके लचीलेपन को भी बरकरार रखने में मदद करती हैं | ये विशेष औषधियां हैं अल्फा अल्फा क्यू और कैल्कैरिया फॉस 12X | अल्फा अल्फा क्यू संपूर्ण शारीरिक विकास को प्रेरित करती है इससे न केवल लिंग का आकार बढ़ता है बल्कि शारीरिक कमजोरी और दुबलापन भी दूर होता है | कैल्कैरिया फॉस सम्पूर्ण शारीरिक विकास को सुनिश्चित करता है |
यह लिंग के आकार विकसित होने में मदद करता है | ये दोनों ही होम्योपैथिक दवाएं हैं और किसी भी होम्योपैथिक दवा की दूकान पर आसानी से मिल जायेंगी | अल्फा अल्फा क्यू को 30 बूँद की मात्रा में एक कप गुनगुने पानी के साथ दिन में तीन बार लें | तीन महीने लगातार लेने के बाद एक महीने के लिए छोड़ दें | उसके बाद फिर से तीन महीने के लिए लगातार ले सकते हैं | कैल्कैरिया फॉस 12X की 4-4 गोलियां दिन में तीन बार लेनी हैं | तीन महीने तक लगातार लें उसके बाद एक महीने तक छोड़ दें | एक महीने के बाद तीन महीने तक फिर से लगातार ले सकते हैं | इन दवाओं का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है |
पेनिस का आकार कैसे बढ़ाएं ?
लिंग का आकार बढाने के लिए ऊपर बतायी दवा आप खा सकते हैं साथ ही सही तरह से लिंग की मालिश करने से भी कार्पस –कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाया जा सकता है | सही मालिश इन कोशिकाओं के लचीलेपन को भी बरकरार रखती हैं | आइये अब हम बताते हैं कि सही तरह से लिंग की मालिश कैसे करें | सबसे पहले लिंग को अर्ध उत्तेजित अवस्था में ले आयें | अगर लिंग बिल्कुल ही उत्तेजित नहीं होगा तो मालिश सही ढंग से नहीं हो पाएगा और अगर लिंग पूर्ण उत्तेजित अवस्था में हुआ तो इनकी कठोरता के कारण मालिश के दबाव से कार्पस –कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद कोशिकाओं को नुकसान पहुँचने की संभावना होगी | अब अपनी सुविधानुसार कोई भी तेल ले लें जिससे कि आपको एलर्जी की समस्या ना हो, इसे लिंग की जड़ से इसकी पुरी लम्बाई में ( लिंग के फूले हुए अग्रभाग को छोड़कर ) लगा लें और इसके हलके से माध्यम दबाव के साथ मालिश करें |
ध्यान रखने की बात ये है कि मालिश लिंग के अर्ध उत्तेजित अवस्था में रहने तक ही करें, जैसे ही लिंग उत्तेजित होकर कठोर हो जाए मालिश छोड़ दें | इस तरह से दिन में दो – तीन बार दस – दस मिनट के लिए करें | कुछ ही हफ़्तों में आपके लिंग के कार्पस –कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद कोशिकाओं की संख्या बढ़ जायेगी और आप अपने लिंग का आकार पहले की तुलना में बढ़ा हुआ पायेंगे | संपूर्ण लाभ के लिए 2 से 3 महीने तक लगातार दिन में दो से तीन बार मालिश करते रहें | इसके बाद हफ्ते में 2 दिन की मालिश भी पर्याप्त होगी | लिंग के समुचित स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से ऊपर बताये गए तरीके से इसकी मालिश करते रहें | दरअसल सही ढंग से मालिश करने से कार्पस –कैवेर्नोसम चैम्बर्स में मौजूद कोशिकाओं को पूर्ण पोषण मिलता है और ये अपनी पूरी क्षमता तक अपनी संख्या को बढाते हैं |
पेनिस का आकार बढ़ाने का दावा करने वाले तेलों का सच
आज बाज़ार में लिंग का आकार बढ़ाने का दावा करने वाले तेलों की भरमार है | सभी लिंग का आकार बढ़ाने का दावा करते हैं | आइये हम आपको बताते हैं इनका सच | सभी दावों के विपरीत इनमे से कोई भी प्रोडक्ट आपके लिंग के आकार को नहीं बढ़ा सकता है | इन तेलों में इनको बनाने वाले ऐसे पदार्थ या रसायन डालते हैं जो तात्कालिक रूप से अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में रक्त प्रवाह बढ़ा देते हैं | इस उद्देश्य से मुख्य रूप से वे एल – आर्जिनिन नामक तैलीय अवयव का प्रयोग करते हैं | साथ ही साथ वे ठंढक पैदा करने के लिए मेंथोल और कपूर का इस्तेमाल करते हैं | यकीनन इन पदार्थों की वजह से कुछ समय के लिए लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है और मेंथोल तथा कपूर आपको एक सनसनाहट की अनुभूति देता है जो कि एक सुखद एहसास भले ही हो किन्तु इनसे आपके लिंग का आकार नहीं बढ़ सकता है |
छोटे लिंग वाले पुरुष क्या करें ?
जिन पुरुषों का लिंग छोटा है, वे उपरोक्त बतायी विधियों से अपने लिंग का आकार बढाने की कोशिश कर सकते हैं और साथ ही स्त्री को पूर्ण संतुष्टि देने के लिए वे सेक्स के दौरान ऐसे आसनों का प्रयोग कर सकते हैं जिसमें लिंग स्त्री की योनि की अधिकतम गहराई तक पहुँचती हैं जैसे कि पीछे से लिंग को प्रवेश कराने वाले आसन या पुरुष खड़ा हो और स्त्री बिस्तर पर लेटी हो ऐसे आसन |